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Wednesday, July 6, 2011

भोपाल में इंडियन प्रेस कांउसिल के नाम से फर्जी संस्था चला रहा प्रकाश सक्सेना

 
भोपाल में फर्जी संस्था चल रहे संचालक की तलाश
कलिता रानी को भोपाल लाई पुलिस
अंडरवल्र्ड से संबंधों के आरोप में पकड़ी गई कलिता रानी शाह ने फर्जी नामों से 40 मोबाइल खरीदने की बात स्वीकारी है। वह तीन दिन के पुलिस रिमांड पर है। उसे डब्ल्यूएलएल फोन उपलब्ध कराने के मामलें में मोबाइल कंपनी के एजेंट की तलाश की जा रही है।
इंदौर में स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा पकड़ी गई 24 वर्षीय युवती का कहना है कि भोपाल में इंडियन प्रेस कांउसिल के नाम से फर्जी संस्था चला रहे प्रकाश सक्सेना के कारण अंडरवल्र्ड के लोगों से जुड़ गई। पुलिस प्रकाश सक्सेना की तलाश कर रही है। रविवार की सुबह कलिता रानी को भोपाल लाया गया। उससे पुलिस की क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। उसने पुलिस को बताया कि पीरगेट पर रहने वाले शानू नामक युवक से उसकी दोस्ती हुई थी। शानू सिम कार्ड और इंफो मोबाइल बेचता है। शानू ने ही फर्जी नाम से मोबाइल उपलब्ध कराए और उसने पांच सौ रूपये के मोबाइल को डेढ़ हजार रूपए तक में बेचा। शानू अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। कलिता एमपी नगर स्थित इंडियन प्रेस काउंसिल में काम करती थी। उसने पुलिस को बताया कि इसके संचालक प्रकाश सक्सेना लोगों से पांच सौ रूपये लेकर प्रेस कार्ड बनाते थे। यह कार्ड बनवाने के लिए ही इंदौर का कपिल तिवारी उनके दफ्तर आया और कलिता का उससे संपर्क हो गया। कलिता ने कपिल को भी 8 मोबाइल फोन उपलब्ध करा दिए। कपिल छोटा दाऊद गिरोह से जुड़ा है। कलिता के अनुसार उसे सिहस्थ में पास बनवाते वक्त पता चल गया था कि प्रेस कांउसिल नामक संस्था गलत है। क्राइम ब्रांच के डीएसपी शशिकांत शुक्ला ने बताया कि प्रकाश सक्सेना की तलाश की जा रही है। कलिता से मोबाइल खरीदने वालों की भी तलाश की जा रही है। बैरागढ़ निवासी जावेद कुरैशी को नामक युवक को भी हिरासत में लिया है।
सीटीओ में रहती है कलिता
एसटीएफ द्वारा पकड़ी गई कलिता रानी शाहा का घर सीटीओ कालोनी में है। शनिवार को इंदौर में पुलिस ने प्रेस को जानकारी दी थी। कि वह सीटीओ अयप्पा मंदिर थ्री ईएएमई सेंटर के पास रहती थी। इधर थ्री ईएमई सेंटरविजय सिंह के अनुसार सीटीओ अयप्पा मंदिर थ्री ईएमई परिसर में नहीं है।
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कपिल के प्रेम में गिरफ्तार थी कलिता
बिजली के बिलों से लेते थे मोबाइल, पोस्टमेन भी है गिरोह
अंडरवल्र्ड से संबंधों के आरोप में पकड़ी गई कलितारानी शाहा के गिरोह में पोस्टमेन भी शामिल है। जो उन्हें बिजली के बिल उपलब्ध कराता था। इन बिलों के आधार पर गिरोह मोबाइल फोन खरीदता था। राजधानी में इस तरह के तीन गिरोह होने की जानकारी मिली है। 8 मई को इंदौर से पकड़ी गई कलिता रानी शाहा से अंडरवल्र्ड से संबंधों की बात कपिल तिवारी पर आकर रूक जाती है। कपिल फर्जी तरीके से मोबाइल खरीदने के मामले में भोपाल जेल में बंद है। यह मोबाइल कलिता ने ही उसे उपलब्ध कराया था। मंगलवार को सीजेएम वीके दुबे की अदालत में कलिता को पेश किया गया। अदालत ने तीन दिन का पुलिस रिमांड दिया है। कलिता ने क्राइम ब्रांच के अफसरों को बताया कि वह पिछले आठ महीनों से फर्जी नामों से लिए गए मोबाइल बेचती रही है। इस काम में एक डब्ल्यूएलएल मोबाइल कंपनी का एजेंट शानू खान उसकी मदद करता था। पीरगेट निवासी शानू और उसके दोस्त जमशेद को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। जमशेद की हमीदिया रोड पर मोबाइल की दुकान है। शानू से हुई पूछताछ में चौकाने वाली जानकारी यह है कि इस गिरोह में एक पोस्टमेन भी शामिल है। यह लोग पोस्टमेन से बिजली के बिल ले लेते थे। फिर इलेक्टा्रनिक टाईपराइटर की मदद से इन बिलों पर नाम बदल देते थे। ये बिल कंपनी में लगाकर यह लोग एक साथ मोबाइल खरीदते थे। शानू ने जानकारी दी है कि शहर में इस तरह के तीन गिरोह सक्रिय हैं।
कपिल से इश्क है कलिता को

जेल में बंद कपिल तिवारी से चार महीने पहले हुई  कलिता रानी शाहा की मुलाकात इश्क में बदल गई है। कलिताब का कहना है कि वह कपिल से शादी करना चाहती थी। चार महीने पहले कपिल से उसकी मुलाकात फर्जी तरीके से चल रही इंडियन प्रेस कौंसिल के दफ्तर में हुई थी। कलिता ने एक महीने पहले ही कपिल से शादी करने का मन बना लिया था। लेकिन कपिल की गुस्सा करने की आदत के कारण शादी टल गई।
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भोपाल में रहती थी अंडरवल्र्ड की रानी      
 इंदौर में गिरफ्तार, अपराधियों को दिलवाए 22 सेल फोन
राजधानी में रहने वाली और अंडरवल्र्ड से जुड़ी एक शातिर युवती ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आज इंदौर की होटल श्रीमान से गिरफ्तार कर लिया। इसने कंपनियों और अन्य फर्जी नामों से 22मोबाइल फोन कनेक्शन लेकर अंडरवल्र्ड और अन्य अपराधियों को उपलब्ध कराए थे। उसके दो साथियों को भोपाल की तलैया पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस 24 वर्षीय युवती का नाम कलिता रानी पिता गोरगोपाल शाहा है। वह तलैया पुलिस थाना में दर्ज धोखाधड़ी प्रकरण में फरार थी। वह मूलत: न्यू कूच बिहार कोलकता की है, और भोपाल में 9/1/1 सीटीओ अयप्पा मंदिर के पास 3, ईएमई सेंटर में रहती थी। उसका कोहेफिजा में एक फ्लेट भी है। वह अपने नाम प्रियंका व कालीकती भी बताती रही है। कलिता रानी पिछले दिनों इंदौर में पकड़ाए अंडरवल्र्ड के कुख्यात अपराधी मुन्ना उर्फ नयाबुद्दीन, कपिल तिवारी तथा उज्जैन के शातिर बदमाश गुलरेज अली से संबंध है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि उसने इनके सहित अन्य अपराधियों के लिए फर्जी नामों से मोबाइल कनेक्शन तो लिए ही कई जानकारियों भी इन तक पहुंचाने में मददगार रही। वह इंदौर के कोठारी मार्केट क्षेत्र में होटल श्रीमान में ठहरती थी। वह स्वयं को पत्रकार तो कभी बैंक कर्मचारी बताती है। उसके पास चार कार्ड, टेलीफोन डायरी और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है। इन कार्डो में से एक ‘इंडियन प्रेस काउंसिल’ (20 जोन-1 एमपी नगर भोपाल) का परिचय पत्र है। एक प्रेसकार्ड सिंहस्थ के लिए उज्जैन एसपी व संयुक्त संचालक जन संपर्क उज्जैन द्वारा जारी किया निकला, जिसमें ‘टुडेज इंडियन’ नामक पत्रिका उसका ब्यूरो चीफ पद दर्शाया गया है। यह पत्रिका भोपाल से प्रकाशित होती है। धार्मिक स्थल प्रबंधन समिति म.प्र. में सहसचिव का पद बताकर भी उसने एक परिचय पत्र बनवा रखा था, जबकि एक अन्य कार्ड सिंहस्थ व्यवस्था समिति (धार्मिक स्थल प्रबंधन समिति द्वारा गठित) में उसके व्यवस्थापक होने का है। भोपाल की क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर राकेश शुक्ला ने बताया कि उसे मोबाइल कनेक्शन देने वाले दो कथित आरोपियों को भी शनिवार को तलैया पुलिस ने इंदौर अपराध शाखा की टीम की मदद से गिरफ्तार कर लिया। यह आरोपी सोलत पिता एडब्ल्यू खान (25 वर्ष) निवासी-3 401, मनासा अपार्टमेंट गुलमोहर सोसायटी भरत नगर भोपाल जिनकी दुकान छह नंबर स्टाप  पर है। दूसरा आरोपी सचिन पिता विनोद कुमार जैन (20 वर्ष) निवासी शंकराचार्य भोपाल है। भोपाल में युवती ने वाहिद खान और लेकव्यू एक्वोरियम नाम से फर्जी कागजात देकर आठ मोबाइल कनेक्शन लिए थे जिनमें से एक कपिल तिवारी को दिया था। उसके द्वारा लिए गए दो मोबाइल फोन सचिन और सोलत के पास थे जो जब्त कर लिए गए है।

सिंहस्थ में कवरेज के लिए भी गई थी: पुलिस की पूछताछ में पता चला कि वह सिंहस्थ में ‘प्रेस कवरेज’ के नाम पर गई थी। वह 12 से 18 अप्रैल तक उज्जैन में रही। और गत 30 अप्रैल को इंदौर आई थी। बीते सप्ताह वह दिल्ली भी गई थी। उसके वहां जाने की वजह का पुलिस पता लगा रही है।
डेढ़ हजार रूपये में परिचय पत्र बनाती थी: कलिता रानी इंडियन प्रेस काउंसिल के नाम से परिचय पत्र बनाने के लिए लोगों से डेढ़-डेढ़ हजार रूपए वसूलती थी। इसी संस्था द्वारा टूडेज इंडियन पत्रिका प्रकाशित की जाती हैं। इसका भोपाल और इंदौर में आफिस है। कलिता रानी के मुताबिक वह दोनों जगह काम कर चुकी है। उसका कहना है कि कपिल तिवारी से उसका संपर्क कार्ड बनाने के संबंध में ही हुआ था।

मां पर भी धोखाधड़ी का मामला: कलिता रानी की मां झरना रानी गांधी नगर चौकी में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में आरोपी है। उसने अपने स्कूल में बिना मान्यता के 5 बच्चों के दसवी कक्षा के फार्म भरवाएं थे। उसके पिता लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत) हैं। कलिता रानी जम्मू में जन्मी और पिता के आर्मी  में होने से उसकी पूरी पढ़ाई सेंट्रल स्कूल में हुई। वह अपने पिता की इकलौती संतान है। कलिता रानी एमएससी (बॉटनी) है।
अंडरवल्र्ड की रानी को जेल का नाम सुनकर चक्कर आया


 
फर्जी दस्तावेजों से मोबाइल फोनों की हेराफेरी करने के आरोप में पकड़ी गई कलिता रानी के साथियों की पुलिस तलाश कर रही है। कलिता के मामले में ही फर्जी तरीके से चल रही इंडियन प्रेस कौंसिल का संचालक फरार है। वहीं अदालत में जेल जाने की बात सुनते ही कलिता गश खाकर गिर पडुी। सीटीओ बैरागढ़ निवासी कलितारानी शाहा को स्पेशल टास्क फोर्स ने 8 मई को इंदौर में पकड़ा था। वह पिछले पांच दिन से पुलिस रिमांड पर थी। उसे आज दोपहर सीजीएम अदालत में पेश किया गया। यहां से उसे जेल भेजने के आदेश दिए गए। जैसे ही उसका जेल का वारंट बना तो उसे चक्कर आ गया। एक महिला सिपाही ने उसके चेहरे पर पानी छीटा और पानी पिलाया तो उसे होश आया। इसके बाद कलिता को जेल भेज दिया गया।

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